जल सत्याग्रह में बच्चे

Sunday, September 8, 20130 comments

इंदिरा सागर बांध प्रभावितों का 1 सितम्बर से जारी जल सत्याग्रह आठवें दिन भी पक्के संकल्प के साथ जारी रहा. जल सत्याग्रह में खंडवा जिले में ग्राम मालूद, नंदाना और पिपलानी, हरदा जिले के ग्राम हनिफाबाद टोला और देवास जिले की ग्राम मेल-पिपलिया में बड़ी संख्या में महिला पुरुष जल सत्याग्रह पर बैठे हैं. हनिफाबाद में बच्चे भी जल सत्याग्रह में शामिल हो गए हैं. दूसरी ओर इंदिरा सागर बांध में 262.13 मीटर पानी भरने के कारण लगभग 2000 एकड़ जमीन टापू बन गयी है.

मालूद, नंदाना और पिपलानी जिला खंडवा:  खंडवा जिले के मालूद, नंदना और पिपलानी 3 गावों में सैकड़ों प्रभावितों का जल सत्याग्रह उत्साह से जारी है. सत्याग्रह स्थलों पर अलग-अलग गांव बारी-बारी से भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं. मालूद जल सत्याग्रह स्थल पर खरगोन जिले में बन रहे खारक बांध के प्रभावितों के एक दल ने पहुंच कर सत्याग्रह को अपना समर्थन दिया.
देवास जिले के मेल-पिपलिया गाँव में आठवें दिन जल सत्याग्रह पूरे उत्साह से जारी रहा. अनेक स्थानीय संगठन जल सत्याग्रह के समर्थन में सत्यग्रह स्थल पर पहुंच रहे हैं. इसी तरह हरदा जिले के ग्राम हनिफाबाद में परसों से प्रारंभ हुए जल सत्याग्रह में संख्या बढती जा रही है, आज सत्याग्रह में ग्राम लोटिया और करनपुरा के विस्थापित भी बढ़ी संख्या में शामिल हुए.

इंदिरा सागर बांध में 262 मीटर पानी भरने के कारण डूब प्रभावित तीन जिलों खंडवा, हरदा और देवास में लगभग 2000 एकड़ जमीन टापू बन गयी है और हजारों किसानो को खेती करना संभव नहीं है.

खंडवा जिले के ग्राम पिपलानी में पांचवी जगह जल सत्याग्रह प्रारम्भ हो गया. ग्राम पिपलानी में डूब के ग्राम पिपलानी, बेडानी, फेफ्रिया कला, नागपुर माफ़ी, खारवा, जुनापानी, बलवाडा, जबगाँव, गन्नौर, बलडी, बांकापलास, गेलगाँव, खामखेडा आदि के सैकड़ों विस्थापितों ने इक्कठा होकर आज से जल-सत्याग्रह प्रारंभ कर दिया.

जल सत्याग्रह के समर्थन में भोपाल में प्रदर्शन: इंदिरा सागर प्रभावितों के जल सत्याग्रह के समर्थन में आज राजधानी भोपाल में अनेक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मानव श्रंखला बनाकर प्रदर्शन किया और राज्य सरकार से मांग कि की विस्थापितों की सभी मांगों तत्काल पूरा किया जाये.

आन्दोलन की प्रमुख कार्यकर्ता चित्तरूपा पालित व् अन्य 6 को आज एक अन्य प्रकरण में जेल से छनेरा न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहा न्यायालय ने जमानत पर उनकी रिहाई के आदेश दे दिए.
-आलोक अग्रवाल

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